9th House: कुंडली में नवम भाव (भाग्य भाव)
9th House in Horoscope: कुंडली में नवम भाव (भाग्य भाव) का विशेष महत्व होता है। इस भाव से प्रधानताः व्यक्ति के भाग्य और अध्यात्मिता का विचार…
9th House in Horoscope: कुंडली में नवम भाव (भाग्य भाव) का विशेष महत्व होता है। इस भाव से प्रधानताः व्यक्ति के भाग्य और अध्यात्मिता का विचार…
Fifth House in Horoscope: कुंडली में पंचम भाव (संतान भाव) का विशेष महत्व होता है। इस भाव से प्रधानताः संतान और शिक्षा का विचार किया जाता…
Seventh House in Horoscope: कुंडली में सातवे भाव (पत्नी भाव / पति भाव) का विशेष महत्व होता है। इससे प्रधानताः जीवन साथी का विचार किया जाता…
Sixth House in Horoscope: कुंडली में छठे भाव (रोग भाव) का विशेष महत्व होता है। इससे प्रधानताः रोग, ऋण और शत्रु का विचार किया जाता है।…
Second House in Horoscope: कुंडली में द्वितीय भाव (धन भाव) का विशेष महत्व होता है। अगर आप अपनी कुंडली के द्वितीय भाव के बारे में जानना…
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जन्म कुंडली में कुल 12 भाव होते हैं और हर भाव की अपनी विशेषताएँ होती है। इनमें प्रथम भाव को सर्वाधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। इसे “लग्न” (Ascendant) भी कहते है।