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Tuensang (Nagaland): History & Tourist Places in Hindi

ByHinduEcho Nagaland

तुएनसांग (Tuensang) भारतीय राज्य नागालैंड के उत्तर-पूर्वी भाग में स्थित एक शहर है। यह त्युएनसांग जिले का मुख्यालय भी है।

राज्यनागालैंड
क्षेत्रफल4228 वर्ग किमी
ऊंचाई1371 समुद्र तल से ऊपर
ग्लोब पर स्थिति26 डिग्री 28 इंच उत्तरी अक्षांश और 94 डिग्री 83 इंच पूर्वी देशांतर पर स्थित है।
भाषाआदिवासी भाषा, हिंदी, इंग्लिश
दर्शनीय स्थलचांगसांगमोंगको, तुएनसांग के जीवित पत्थर, त्साडांग
प्रसिद्धिलोंगथुरोह और लोंगत्रोक पत्थरो के लिए प्रसिद्ध

इस शहर की स्थापना 1947 में तत्कालीन नॉर्थ ईस्टर्न फ्रंटियर एजेंसी (NEFA) के प्रशासन के उद्देश्य से की गई थी, जिसमें त्युएनसांग, सोम , लोंगलेंग , किफिर , नोकलाक और शामेटर के वर्तमान जिले शामिल थे । 

तुएनसांग में आदिवासी रहते हैं। इन आदिवासियों की संस्कृति बहुत रंग-बिरंगी है जो पर्यटकों को बहुत पसंद आती है। यह आदिवासी काफी हंसमुख और मिलनसार है और वह अपने यहां आने वाले पर्यटकों का स्वागत बड़ी गर्मजोशी से करते हैं। यहां कई पर्यटक स्थलों की सैर की जा सकती है। चांगसांगमोंगको, त्साडांग और चिलीसे तुएनसांग के प्रमुख पर्यटक स्थल हैं।

चांगसांगमोंगको: तुएनसांग और हाकचुंग के बीच में स्थित चांगसांगमोंगको के प्रति स्थानीय लोगों में बहुत श्रद्धा है। स्थानीय निवासियों के अनुसार यहां पर एक गड्ढा है जिसमें सभी पेड़-पौधे, मनुष्य और जीव-जन्तु पैदा हुए थे। इसके अलावा यह अपनी प्राकृतिक सुन्दरता के लिए भी पूरे विश्व में जाना जाता है।

अपनी खूबसूरती के दम पर इसने पर्यटन उद्योग में विशेष पहचान बनाई है। प्राकृतिक सुन्दरता के अलावा पर्यटक यहां पर मूलंग देख सकते हैं। मूलंग एक चबूतरा है और तुएनसांग के विकास और खुशहाली का प्रतीक है। इस चबूतरे का प्रयोग स्थानीय अदालत के रूप में भी किया जाता है।

तुएनसांग के जीवित पत्थर: तुएनसांग, चुगलीयांगती और त्सोंगलियांगति में छह जीवित पत्थर देखे जा सकते हैं। इन पत्थरों का नाम लोंगथुरोह है। लोंगथुरोह के अलावा इन्हें लोंगत्रोक के नाम से भी जाना जाता है। सांगताम्स इन पत्थरों को भगवान का प्रतीक मानते है।

त्साडांग: त्साडांग गांव की पश्चिम दिशा में दो जीवित पत्थरों को देखा जा सकता है। स्थानीय निवासियों के अनुसार यह दोनों पत्थर दोस्त थे। इन दोनों पत्थरों के प्रति स्थानीय लोगों में बड़ी श्रद्धा है और वह इनकी पूजा करने के लिए प्रतिदिन यहां आते हैं।

तुएनसांग कैंसे पहुंचे (How To Reach Tuensang)

वायु मार्ग: नागालैंड के दीमापुर में एकमात्र हवाई अड्डा है। दीमापुर हवाई अड्डे से आसानी से तुएनसांग तक पहुंचा जा सकता है।

रेल मार्ग: रेलमार्ग द्वारा तुएनसांग पहुंचने के लिए पर्यटकों को पहले कोहिमा रेलवे स्टेशन पहुंचना पड़ता है।

सड़क मार्ग: नागालैंड में सड़कों का जाल बिछा हुआ है। अत: बसों व निजी वाहनों द्वारा सड़क मार्ग से आसानी से तुएनसांग तक पहुंचा जा सकता है।

Post Tags: #Nagaland#Nagaland Tourism

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